गुरुवार, नवंबर 06, 2008

रेखांकन

कांगड़ा घाटी, धर्मशाला में धौलाधार की गोद में इंद्रू नाग का मंदिर, कुछ कल्‍पना कुछ यथार्थ.

2 टिप्‍पणियां:

अजेय ने कहा…

sundar ......yeh locale mera dekha hua sa jaan parta hai. asikni me aap k sketches ka swagat hai.....

बेनामी ने कहा…

चौदह साल बाद आपकी यह टिप्पणी अचानक उभर आई। अब फिर से असिकनी शुरु कीजिए।